दिल्ली मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आधी रात केजरीवाल संग फोटो शेयर की; AAP छोड़ने की हो रही चर्चा, कैलाश गहलोत इस्तीफा दे चुके
Saurabh Bharadwaj Leaving Aam Aadmi Party Rumors
Saurabh Bharadwaj News: दिल्ली में विधानसभा चुनाव-2025 को लेकर सियासी तैयारी और हलचल तेज है। वहीं चुनाव से पहले नेता पाला बदलते हुए देखे जा रहे हैं। हाल ही में दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लग चुका है। आप के वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री रहे कैलाश गहलोत ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था।
वहीं कैलाश गहलोत के जाने के बाद से आम आदमी पार्टी के एक और मंत्री सौरभ भारद्वाज को लेकर यह चर्चा चल गई कि वे पार्टी छोड़ रहे हैं। दरअसल, यह चर्चा इसलिए और तेज हो गई कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली सरकार में मंत्री और आम आदमी पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज पार्टी गतिविधियों में उस तरह से सक्रिय नहीं दिखाई दिए। जैसे पहले के दिनों में दिखाई दे रहे थे।
ऐसे में यह माना जाने लगा कि कैलाश गहलोत की तरह सौरभ भारद्वाज भी आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ सकते हैं। वहीं पार्टी छोड़ने की चर्चा के बीच अब सौरभ भारद्वाज ने आधी रात को अरविंद केजरीवाल के साथ सोशल मीडिया हैंडल पर एक तस्वीर पोस्ट की है।
इसमें सौरभ भारद्वाज और केजरीवाल एकसाथ हनुमान जी की गदा पकड़े हुए देखे जा रहे हैं। हालांकि सौरभ भारद्वाज ने कैप्शन में कुछ नहीं लिखा है। केवल इमोजी का साइन बनाया है। इससे इमोजी का तात्पर्य यह लग रहा है कि, सौरभ भारद्वाज ने इशारे-इशारे में आम आदमी पार्टी छोड़ने की चर्चा अफवाह बता डाली है। इससे अफवाहों पर विराम लगाने की कोशिश लग रही है।
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) November 21, 2024
दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज, आम आदमी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता माने जाते हैं। केजरीवाल के इस्तीफे के बाद सीएम पद के लिए कैलाश गहलोत के साथ-साथ सौरभ भारद्वाज का नाम भी चर्चा में आया था। वहीं केजरीवाल के जेल जाने के बाद सौरभ भारद्वाज ने पार्टी की तरफ से पूरा सियासी मोर्चा संभाला था।
सौरभ भारद्वाज के पास दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, शहरी विकास-पर्यटन-कला संस्कृति, उद्योग और बाढ़ नियंत्रण का जिम्मा है। वह ग्रेटर कैलाश से विधायक हैं। इसके साथ ही सौरभ भारद्वाज आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं।
गहलोत ने AAP अपर कई सवाल खड़े किए
कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार में मंत्री पद से इस्तीफे के ऐलान के साथ पार्टी पर कई सवाल खड़े किए थे। आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को भेजे अपने इस्तीफे में गहलोत ने कहा था कि आप पार्टी सिर्फ अपने हितों के काम कर रही है।
कैलाश गहलोत ने कहा, ''आज आम आदमी पार्टी के सामने गंभीर चुनौतियां हैं और चुनौतियां पार्टी के भीतर से हैं और उन्हें मूल्यों से जुड़ी हुईं हैं। जिनके कारण हम आम आदमी पार्टी का हिस्सा बने। लेकिन पार्टी की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं लोगों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पर हावी हो गईं हैं। जिसके कारण कई वादे पूरे नहीं हो पाये हैं। उदाहरण के लिए हम यमुना नदी को ही लें। जिसे हमने स्वच्छ नदी बनाने का वादा किया था। लेकिन कभी पूरा नहीं कर पाये। अब यमुना की हालत और ज्यादा खराब है।''
इसके अलावा "शीशमहल जैसे कई शर्मनाक और अजीबोगरीब विवाद हैं, जो अब सभी को संदेह में डाल रहे हैं कि क्या हम अभी भी आम आदमी होने में विश्वास करते हैं। दुखद बात यह है कि, आज आम आदमी पार्टी लोगों के हितों और अधिकारों की बजाय अपने हितों और राजनीतिक एजेंडों के लिए लड़ रही है। आज दिल्ली सरकार अपना अधिकांश समय केंद्र से लड़ने में बिताती है, ऐसे में दिल्ली के लिए वास्तविक प्रगति नहीं हो सकती। इसलिए मेरे पास AAP से अलग होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है और इसलिए मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।"